Last Updated on October 30, 2024 8:01, AM by
Multibagger Stock: डिफेंस और स्पेस सेक्टर की कंपनी अपोलो माइक्रो सिस्टम्स (Apollo Micro Systems) ने अपने निवेशकों को पिछले कुछ सालों में शानदार रिटर्न दिया है। कंपनी ने हाल ही में FY25 की सितंबर तिमाही में मजबूत नतीजे जारी किए हैं। कंपनी के शेयरों में आज 29 अक्टूबर को 0.15 फीसदी की तेजी आई है और यह स्टॉक BSE पर 100.45 रुपये के भाव पर बंद हुआ है। भारत सरकार ने डिफेंस इंपोर्ट को कम करने और घरेलू खरीद को बढ़ावा देने पर जोर दिया है, जिसके चलते स्थानीय कंपनियों को मजबूत ऑर्डर मिले हैं। इसका असर कंपनी के शेयरों पर भी देखने को मिला है।
अक्टूबर में मिड और स्मॉल कैप शेयरों में हाल ही में आई गिरावट के बीच यह शेयर अपने ₹161 के हाई से करीब 37 फीसदी टूट चुका है। हालांकि, निवेशकों ने कंपनी के हाल ही में जारी सितंबर तिमाही के नतीजों पर सकारात्मक प्रतिक्रिया दी, जिससे पिछले पांच कारोबारी दिनों में शेयर में 10 फीसदी की बढ़ोतरी हुई।
Apollo Micro Systems का Q2 में शानदार प्रदर्शन
Q2FY25 में अपोलो माइक्रो सिस्टम्स ने 84.38 फीसदी की मजबूत रेवेन्यू ग्रोथ हासिल की, जो Q2FY24 में ₹87 करोड़ की तुलना में ₹161 करोड़ तक पहुंच गई। कंपनी के EBITDA (अन्य आय को छोड़कर) में भी इसी तरह की बढ़ोतरी देखी गई, जो Q2FY25 में 77.73 फीसदी बढ़कर ₹33 करोड़ हो गया, जबकि पिछले साल इसी तिमाही में यह ₹18 करोड़ था। Q2FY25 में इसका PAT बढ़कर 15.7 करोड़ रुपये हो गया, जो Q2FY24 में 7 करोड़ रुपये था।
Apollo Micro Systems के छमाही नतीजे
छमाही नतीजों की बात करें तो कंपनी ने 73.91% की रेवेन्यू ग्रोथ दर्ज की, जो कुल मिलाकर 252 करोड़ रुपये रही, जबकि H1FY24 में यह 148 करोड़ रुपये थी। EBITDA में 75.02% की वृद्धि हुई, जो H1FY25 में ₹52 करोड़ रही, जबकि H1FY24 में यह ₹31 करोड़ थी। H1FY25 में मार्जिन 21.94 फीसदी रहा, जो H1FY24 में 21.48% से थोड़ा अधिक है।
कंपनी के PAT में 194.19% की वृद्धि देखी गई, जो H1FY25 में ₹24 करोड़ तक पहुंच गई, जबकि H1FY24 में यह ₹8.2 करोड़ थी। हाल ही में कंपनी भारत इलेक्ट्रॉनिक्स से ₹28.7 करोड़ के ऑर्डर के लिए सबसे लोएस्ट बिडर के रूप में उभरी है।
Apollo Micro Systems का कारोबार और शेयरों का प्रदर्शन
अपोलो माइक्रो सिस्टम्स हैदराबाद स्थित एक कंपनी है जो इलेक्ट्रॉनिक, इलेक्ट्रो-मैकेनिकल, इंजीनियरिंग डिजाइन, मैन्युफैक्चरिंग और सप्लाई के बिजनेस में है। पिछले कुछ समय से कंपनी के शेयर दबाव में हैं और इस साल अब तक इसमें करीब 16 फीसदी गिरावट देखी गई है। पिछले एक साल में इसके निवेशकों को 32 फीसदी का रिटर्न मिला है। वहीं, पिछले 5 साल में इसके निवेशकों को 1163 फीसदी का तगड़ा रिटर्न मिला है।
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